Wednesday 22 March 2017

आदित्यनाथ ने मंत्रियों को बांटे विभाग, प्रशासन की कमान खुद संभालेंगे मुख्यमंत्री

बलिराम सिंह, नई दिल्ली
उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक ने मुख्यमंत्री आदित्य नाथ योगी के प्रस्ताव दोनों उप मुख्यमंत्रियों सहित सभी 22 मंत्री, 9 राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) तथा 13 राज्यमंत्रियों को विभाग आवंटित करने पर अपना अनुमोदन प्रदान कर दिया है।
प्रशासन से लेकर नियुक्ति तक मुख्यमंत्री के पास-
*मुख्यमंत्री* ने गृह, आवास एवं शहरी नियोजन, राजस्व, खाद्य एवं रसद, नागरिक आपूर्ति, खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन, अर्थ एवं संख्या, भूतत्व एवं खनिकर्म, बाढ़ नियंत्रण, कर निबंधन, कारागार, सामान्य प्रशासन, सचिवालय प्रशासन, गोपन, सर्तकता, नियुक्ति, कार्मिक, सूचना, निर्वाचन, संस्थागत वित्त, नियोजन, राज्य सम्पत्ति, नगर भूमि, उत्तर प्रदेश पुनर्गठन समन्वय, प्रशासनिक सुधार, कार्यक्रम कार्यान्वयन, राष्ट्रीय एकीकरण, अवस्थापना, समन्वय, भाषा, वाह्य सहायतित परियोजना, अभाव, सहायता एवं पुनर्वास, लोक सेवा प्रबंधन, किराया नियंत्रण, उपभोक्ता संरक्षण, बाट माप आदि विभाग अपने पास रखे हैं।
*उप मुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्य*- को लोक निर्माण, खाद्य प्रसंस्करण, मनोरंजन कर, सार्वजनिक उद्यम विभाग का कार्यभार आवंटित किया गया है।

*उप मुख्यमंत्री डाॅ० दिनेश शर्मा*- को माध्यमिक एवं उच्च शिक्षा, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, इलेक्ट्रानिक्स, सूचना प्रौद्योगिकी विभाग का कार्यभार आवंटित किया गया है।
*मंत्री*
1. सूर्य प्रताप शाही को कृषि, कृषि शिक्षा, कृषि अनुसंधान,
2.सुरेश खन्ना को संसदीय कार्य, नगर विकास, शहरी समग्र विकास,
3.स्वामी प्रसाद मौर्य को श्रम एवं सेवा योजना, नगरीय रोजगार एवं गरीबी उन्मूलन,
4.सतीश महाना को औद्योगिक विकास,
5.राजेश अग्रवाल को वित्त,
6.रीता बहुगुणा जोशी को महिला कल्याण, परिवार कल्याण, मातृ एवं शिशु कल्याण, पर्यटन,
7.दारा सिंह चैहान को वन एवं पर्यावरण, जन्तु उद्यान, उद्यान,
8.धरमपाल सिंह को सिंचाई, सिंचाई (यांत्रिक),
9.एस०पी० सिंह बघेल को पशुधन, लघु सिंचाई, मत्स्य,
10.सत्यदेव पचैरी को खादी, ग्रामोद्योग, रेशम, वस्त्रोद्योग, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम, निर्यात प्रोत्साहन,
11.रमापति शास्त्री को समाज कल्याण, अनुसूचित जाति एवं जनजाति कल्याण,
12.जय प्रकाश सिंह को आबकारी, मद्यनिषेध,
13.ओम प्रकाश राजभर को पिछड़ा वर्ग कल्याण, विकलांग जन विकास,
14.बृृजेश पाठक को विधि एवं न्याय, अतिरिक्त उर्जा स्रोत, राजनैतिक पेंशन,
15.लक्ष्मी नारायण चैधरी को दुग्ध विकास, धमार्थ कार्य, संस्कृति, अल्प संख्यक कल्याण,
16.चेतन चैहान को खेल एवं युवा कल्याण, व्यवसायिक शिक्षा, कौशल विकास,
17.श्रीकांत शर्मा को ऊर्जा, 
18.राजेन्द्र प्रताप सिंह को ग्रामीण अभियंत्रण सेवा,
19.सिद्धार्थ नाथ सिंह को चिकित्सा एवं स्वास्थ्य,
20. मुकुट बिहरी वर्मा को सहकारिता
21.आशुतोष टण्डन को प्राविधिक शिक्षा एवं चिकित्सा शिक्षा, एवं
22.नंद कुमार नंदी को स्टाम्प तथा न्यायालय शुल्क, पंजीयन नागरिक उड्डयन विभाग आवंटित किया गया है।
राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार)-
1. अनुपमा जैसवाल को बेसिक शिक्षा, बाल विकास एवं पुष्टाहार, राजस्व (एम०ओ०एस०), वित्त (एम०ओ०एस०),
2.सुरेश राणा को गन्ना विकास एवं चीनी मिलें, औद्योगिक विकास (एम०ओ०एस०),
3.उपेन्द्र तिवारी को जल सम्पूर्ति, भूमि विकास एवं जल संसाधन, परती भूमि विकास, वन एवं पर्यावरण, जन्तु उद्यान, उद्यान, सहकारिता (एम०ओ०एस०)
4.डाॅ० महेन्द्र सिंह को ग्रामीण विकास, समग्र ग्राम विकास, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य (एम०ओ०एस०),
5.स्वतंत्रदेव सिंह को परिवहन, प्रोटोकला, ऊर्जा (एम०ओ०एस०),
6.भूपेन्द्र सिंह चैधरी को पंचायती राज, लोक निर्माण (एम०ओ०एस०),
7.धरम सिंह सैनी को आयुष, अभाव सहायता एवं पुनर्वास,
8.अनिल राजभर को सैनिक कल्याण, खाद्य प्रसंस्करण, होमगार्डस, प्रांतीय रक्षक दल, नागरिक सुरक्षा एवं
9.स्वाति सिंह को एन०आर०आई०, बाढ़ नियंत्रण कृषि निर्यात, कृषि विपणन, कृषि विदेश व्यापार, महिला कल्याण, परिवार कल्याण, मातृ एवं शिशु कल्याण (एम०ओ०एस०) विभाग का कार्य आवंटित किया गया है।
राज्यमंत्री-
1.गुलाबो देवी को समाज कल्याण, अनुसूचित जाति एवं जनजाति कल्याण,
2.जय प्रकाश निषाद को पशुधन एवं मत्स्य, राज्य सम्पत्ति, नगर भूमि,
3.अर्चना पाण्डेय को खनन, आबकारी, मद्यनिषेध,
4.जय कुमार सिंह जैकी को कारागार, लोक सेवा प्रबंधन,
5.अतुल गर्ग को खाद्य-रसद, नागरिक आपूर्ति, किराया नियंत्रण, उपभोक्ता संरक्षण, बाट माप, खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन,
6.रणवेन्द्र प्रताप सिंह को कृषि, कृषि शिक्षा, कृषि अनुसंधान,
7.नीलकंठ तिवारी को विधि-न्याय, सूचना, खेल एवं युवा कल्याण,
8.मोहसिन रज़ा को विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, इलेक्ट्रानिक्स, सूचना प्रौद्योगिकी, मुस्लिम वक्फ, हज,
9.गिरीश यादव को नगर विकास, अभाव सहायता एवं पुनर्वास,
10.बलदेव ओलाख को अल्पसंख्यक कल्याण, सिंचाई, सिंचाई (यांत्रिक),
11.मन्नु कोरी को श्रम सेवा योजना,
12.संदीप सिंह को बेसिक, माध्यमिक, उच्च, प्राविधिक, चिकित्सा शिक्षा तथा
13.सुरेश पासी को आवास, व्यवसायिक शिक्षा, कौशल विभाग का कार्यभार आवंटित किया गया है

Labels: , , ,

Sunday 19 March 2017

MCD Election एमसीडी को गंदगी मुक्त करने चुनाव में उतरीं इंटरनेशनल पैरा एथलिट सुवर्णा राज

-स्वराज इंडिया के टिकट पर बाबर पुर वार्ड से लड़ रही हैं चुनाव
-व्हील चेयर के जरिए ही कर रही हैं प्रचार
बलिराम सिंह, नई दिल्ली
अंतरराष्ट्रीय पैरा एथलिट सुवर्णा राज (34 साल) भी दिल्ली नगर निगम चुनाव के मैदान में उतर गई हैं। शारीरिक तौर पर दिव्यांग सुवर्णा राज स्वराज इंडिया के टिकट पर पूर्वी दिल्ली नगर निगम के बाबरपुर वार्ड (50) से चुनाव लड़ रही हैं। बचपन में ही सुवर्णाराज पोलिया की शिकार हो गई थीं। सुवर्णा राज इंटरनेशनल पैरा टेबल टेनिस प्लेयर के तौर पर कई बार अवार्ड जीत चुकी है। सुवर्णा राज को राष्ट्रपति द्वारा सम्मानित भी किया जा चुका है। फिलहाल आप व्हिल चेयर के जरिए ही चुनाव प्रचार कर रही हैं।
सुवर्णा राज का कहना है कि कई दिव्यांग राजनीति में अच्छे पदों पर हैं, लेकिन उन्होंने समाज के लिए बेहतर कार्य नहीं किया है। चुनाव जीतने पर मैं दिव्यांगों के लिए बेहतर कार्य करना चाहती हूं। मेरा मुख्य मुद्दा सफाई व्यवस्था रहेगा। सुवर्णा का यह भी कहना है कि सड़कों को दिव्यांगों और आम जनता के अनुकूल बनाए जाने पर जोर दूंगी। सुवर्णा क्षेत्र की बुनियादी समस्याएं जैसे सड़क, ड्रेनेज और सफाई व्यवस्था को दूरूस्त करने के लिए चुनाव मैदान में उतरी हैं।
नागपुर की रहने वाली सुवर्णा रोजाना 25 किलोमीटर की यात्रा बस, मेट्रो, रिक्शा और अन्य साधनों के जरिए करके ड्यूटी जाती हैं। चुनाव प्रचार में भी सुवर्णा राज इन्हीं साधनों का इस्तेमाल कर रही हैं। अपने गृह शहर नागपुर की तर्ज पर सुवर्णा दिल्ली को भी गारबेज मुक्त बनाना चाहती हैं। गलियों को साफ-सुथरा रखना चाहती हैं। स्वराज इंडिया के प्रवक्ता अनुपम कहते हैं कि आम तौर पर राजनीतिक दल दिव्यांगों और महिलाओं को टिकट देने में ज्यादा रूचि नहीं लेते हैं। सुवर्णा की कड़ी मेहनत और समाज सेवा के प्रति उनकी लगन से साफ है कि चुनाव में उन्हें जीत अवश्य मिलेगी।

Labels: , , , , ,

Wednesday 15 March 2017

नदियों के बीच स्थित चट्‌टानों का भी होगा संरक्षण




बलिराम सिंह, नई दिल्ली
भारत की नदियों में छोटी पथरीली चट्‌टानों का भी प्रबंधन किया जाएगा। केन्द्रीय जल संसाधन, नदी विकास और गंगा संरक्षण मंत्रालय की ओर से भारत की नदियों में छोटी पथरीली चट्टानों के प्रबंधन को लेकर 17 मार्च 2017 को नई दिल्ली में एक राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है। National Seminar on Sediment Management in Indian Rivers
एक दिवसीय इस राष्ट्रीय सम्मेलन में एनजीआरबीए के विशेषज्ञ सदस्य डॉ. एम.ए. चिताले, आईआईटी कानपुर के प्रोफेसर विनोद तरे, आईआईटी दिल्ली के प्रोफेसर ए.के.गोसेन, पुणे स्थित सीडब्ल्यूपीआरएस के निदेशक डॉ. एम. के. सिन्हा सहित कई विशेषज्ञ शामिल होंगे। सम्मेलन का उद्घाटन केन्द्रीय जल संसाधन, नदी विकास और गंगा संरक्षण मंत्री उमा भारती करेंगी।
बता दें कि केन्द्रीय जल संसाधन, नदी विकास और गंगा संरक्षण मंत्री उमा भारती ने भारतीय नदियों में छोटी पथरीली चट्टानों के प्रबंधन के विषय में तुरंत प्रभाव से व्यापक कार्य नीति बनाने की आवश्यकता पर पहले ही बल दिया था। ऐसे में मंत्रालय का मानना है कि इस तरह की किसी भी नीति को संबंधित हितधारकों के साथ गहन परामर्श एवं व्यापक चिंतन के बाद ही विकसित किया जा सकता है।
 नदियों में छोटी पथरीली चट्टानों के प्रबंधन को लेकर एक व्यापक नीति तैयार करने की आवश्यकता को नज़रअंदाज़ नहीं किया जा सकता। दरअसल बाढ़, पर्यावरण, नदी की स्थिति एवं जल परिवहन आदि पर इसके गंभीर प्रभाव पड़ते हैं।

Labels: , , ,

Sunday 12 March 2017

बसपा-सपा अपने लक्ष्य से भटक गई हैं: नीतीश कुमार


Labels: , , , , , ,

Saturday 4 March 2017

बीजेपी के लिए पूर्वांचल में टॉनिक का काम करेंगी ‘अपना दल एस और सुहलदेव भारतीय समाज पार्टी’



बलिराम सिंह
वाराणसी सहित पूर्वांचल के अधिकांश हिस्सों में भाजपा गठबंधन के अधिकांश सीटों पर जीतने की संभावना दिख रही है। चूंकि विधानसभा चुनाव में भाजपा माइक्रो प्लानिंग के तहत अपना दल (एस) और सुहलदेव भारतीय समाज पार्टी के साथ मिलकर चुनाव लड़ रही है। पूर्वांचल के अधिकांश जिलों में भाजपा के अलावा अपना दल और सुहलदेव भारतीय समाज पार्टी की अच्छी पैठ है। इन इलाकों में यदि बसपा में मुस्लिम वोटों को साधने के लिए बाहुबली मुख्तार अंसारी की पार्टी कौमी एकता दल का विलय हुआ है। तो दूसरी ओर नॉन यादव मतों को साधने के लिए भाजपा ने इन क्षेत्रीय पार्टियों अपना दल एस और सुहलदेव भारतीय समाज पार्टी को अपने पाले में लायी है। ये क्षेत्रीय पार्टियां विधानसभा चुनाव में भाजपा के लिए टॉनिक का काम करेंगी। हालांकि अपना दल में पिछले दिनों हुए बिखराव का भी असर इस बार देखने को मिलेगा। लेकिन माना जा रहा है कि अधिकांश पटेल मतदाताओं का झुकाव केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल के नेतृत्व में गठित पार्टी अपना दल (एस) की तरफ है।
पूर्वांचल के कुर्मि मतों में अपना दल एस की पैठ-
चूंकि अपना दल एस को कुर्मि जाति की पार्टी कहा जाता है, लेकिन पिछले 15 सालों के आंकड़ों पर नजर डालें तो इस पार्टी को केवल वाराणसी से लेकर इलाहाबाद-सुल्तानपुर जैसे सामंतवादी क्षेत्रों में ही कुर्मि जाति के वोट मिले। हालांकि इस जाति के लोगों की आबादी बरेली से लेकर बिहार तक फैली हुई है। और मुख्यत: सभी राष्ट्रीय अथवा क्षेत्रीय पार्टियों में इस समाज के नेताओं (विनय कटियार, नीतिश कुमार, बेनी प्रसाद वर्मा, लालजी वर्मा, अनुप्रिया पटेल, ओमप्रकाश सिंह, आरपीएन सिंह इत्यादि) की भरमार है। अपना दल ने पिछले 15 सालों के दौरान कई नेताओं को नुकसान पहुंचाया है। वाराणसी और इलाहाबाद क्षेत्र में तो पार्टी को काफी तादाद में वोट भी मिले हैं। लोकसभा चुनाव 2014 में अपना दल ने दो सीटों (मिर्जापुर और प्रतापगढ़) में अपने उम्मीदवार उतारे थें और दोनों सीटों पर पार्टी को जीत हासिल हुई थी।
वर्ष 2012 के विधानसभा चुनाव में वाराणसी की सातों सीटों पर भाजपा और अपना दल को मिले वोटों पर नजर डालें तो भाजपा को अपना दल से केवल 65 हजार ज्यादा वोट मिले थे। यहां पर भाजपा को तीन सीटों पर जीत हासिल हुई थी। इसके अलावा एक सीट पर तीसरे स्थान पर, एक पर चौथे स्थान, एक पर पांचवें स्थान और एक पर छठें स्थान पर रही। पिंडरा विधानसभा क्षेत्र में भाजपा प्रत्याशी को महज 3326 वोट मिले थे।
भाजपा के अलावा एक सीट पर बसपा, एक पर कांग्रेस, एक पर सपा और एक पर अपना दल को जीत हासिल हुई थी। सपा से जीतने वाला प्रत्याशी सुरेन्द्र सिंह पटेल भी कुर्मि समाज से हैं और वर्तमान में लोक निर्माण राज्य मंत्री हैं। हालांकि अनुप्रिया पटेल के मिर्जापुर से सांसद बनने के बाद रोहनिया विधानसभा क्षेत्र में हुए उपचुनाव में अपना दल को हार का सामना करना पड़ा और यहां से समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी महेंद्र सिंह पटेल ने जीत हासिल की।
2012 में वाराणसी में अपना दल की स्थिति-      
रोहनिया सीट से पार्टी की तत्कालीन राष्ट्रीय महामंत्री अनुप्रिया पटेल को जीत हासिल हुई। इसके अलावा सेवापुरी में दूसरे स्थान पर, पिंडरा में तीसरे स्थान पर और अजगरा सुरक्षित सीट पर चौथे स्थान पर रही। सेवापुरी से कुल प्रत्याशियों में लगभग आधे प्रत्याशी कुर्मि समाज से थे।
भाजपा से ज्यादा वोट पाकर भी सपा-बसपा फीसड्डी-
खास बात यह है कि वाराणसी की सातों सीटों पर सपा और बसपा को भाजपा से लगभग 30 हजार वोट ज्यादा मिले। बावजूद इसके इन दोनों महत्वपूर्ण पार्टियों को महज एक-एक सीट से ही संतोष करना पड़ा।
जातीय आंकड़े-
शहरी क्षेत्र में ब्राह्मण, बनिया के अलावा अन्य समाज की संख्या बहुतायत है तो ग्रामीण क्षेत्र में कुर्मी जाति का बोलबाला है। इसके अलावा आरक्षित आबादी भी काफी तादाद में हैं।
भाजपा को मिले कुल वोट- 218262
अपना दल को मिले कुल वोट-153585
सपा को मिले कुल वोट   -  256074
बसपा को मिले कुल वोट - 253076
दोनों दलों की विधानसभा वार मिले वोटों की स्थिति-
विधानसभा           -     भाजपा               -   अपना दल
कैंट                 - 57918                   -    1800
नार्थ                -  47980                  -
दक्षिणी            -   57868                  -
अजगरा          -    22855                 -      16563
पिंडरा            -     3326                 -       40468
सेवापुरी         -       9811                -       36942
रोहनिया        -     18504                 -       57812
कुल           -   218262                   -     153585
सुहलदेव भारतीय समाज पार्टी-
बहुजन समाज पार्टी के पूर्व नेता ओमप्रकाश राजभर ने इस पार्टी की स्थापना की। मुख्यत: अति पिछड़ी जाति से समुदाय रखने वाले राजभर समाज के लोगों पर इस पार्टी की पकड़ है। यह समाज पूर्वी उत्तर प्रदेश के मऊ, आजमगढ़, अंबेडकरनगर, बलिया, गाजीपुर और वाराणसी इत्यादि जिलों में काफी तादाद में है।
वर्ष 2012 के विधानसभा चुनाव में पार्टी का प्रदर्शन-
जीत हासिल – 0 सीट
चुनाव लड़ी – 52 सीटों पर
कुल वोट मिलें- 477330
पूर्वांचल के पांच जिलों (मऊ, आजमगढ़, वाराणसी, गाजीपुर, बलिया की 16 सीटों पर) में पार्टी का 2012 में प्रदर्शन-
40 हजार से ज्यादा मिले वोट- 0 सीट
30 हजार से 40 हजार के बीच मिले वोट- 2 सीट
20 हजार से 30 हजार के बीच मिले वोट- 6 सीटें
10 हजार से 20 हजार के बीच मिले वोट-1 सीटें
5 हजार से 10 हजार के बीच मिले वोट- 5 सीटें
5 हजार से कम मिले वोट-2 सीटें
कौमी एकता दल-
माफिया सरगना मुख्तार अंसारी की इस पार्टी का असर पूर्वी उत्तर प्रदेश के मऊ, आजमगढ़, गाजीपुर, वाराणसी और बलिया में हैं। पिछले चुनाव में इस पार्टी से दो विधायक (मऊ से मुख्तार अंसारी और दूसरी सीट मोहम्मदाबाद ) चुने गए। इस बार मुख्तार अंसारी की पार्टी का बहुजन समाज पार्टी में विलय हो गया है।
वर्ष 2012 में पार्टी का प्रदर्शन –
जीती सीट-   2,
कुल वोट मिले- 417552
मऊ, आजमगढ़, वाराणसी, गाजीपुर, बलिया की 17 सीटों पर पार्टी का प्रदर्शन –
40000 से ज्यादा वोट मिलें- 4 सीटों पर
30 हजार से 40 हजार के बीच वोट मिले- 2 सीटों पर
20 हजार से 30 हजार के बीच मिले वोट- 2 सीटों पर
5 हजार से 10 हजार के बीच वोट मिले- 2 सीटों पर
5 हजार से कम वोट मिले- 7 सीटों पर

Labels: , , , , , ,