Saturday 24 December 2016

आप की वेबसाइट से चंदे की लिस्ट गायब होने पर अन्ना हजारे ने जताई नाराजगी, लिखी चिट्‌ठी

बलिराम सिंह, नई दिल्ली
समाजसेवी अन्ना हजारे ने मुख्यमंत्री बनने के बाद अरविंद केजरीवाल को पहली बार नाराजगी भरा पत्र लिखा है और आम आदमी पार्टी की वेबसाइट से चंदे की सूची पोस्ट न किए जाने पर नाराजगी जताई है। साथ ही सवाल किया है कि अाखिर अन्य दलों से आम आदमी पार्टी कैसे अलग है। क्या देश में स्वराज लाने का यह तरीका ठीक है। 

Anna Hazare today castigated Delhi Chief Minister Arvind Kejriwal for "not fulfilling the promise" of putting his party's donors list in public domain, at a time when the AAP has been questioning the Congress and BJP over their source of funding.   
अपने दो पेज के पत्र में अन्ना हजारे ने अरविंद केजरीवाल को नसीहत भी दी है। उन्होंने कहा है कि हम कई साल साथ में थे। उस समय समाज और देश की भलाई के लिए घंटों तक बाते होती थी। शुद्ध आचार, शुद्ध विचार, निष्कलंक जीवन , त्याग, अपमान पीने की शक्ति, यह पांच तत्व लीडरशीप में जीवन में संभालना जरूरी है। साथ ही सच्चाई को कभी नहीं छोड़ना। उन्होंने यह भी कहा कि समाज और देश की भलाई के लिए मैंने महाराष्ट्र की जनता के काम बाजू में रखकर आपके साथ नि:स्वार्थ भाव से लंबा समय दिया। लेकिन वह सपना टूट गया।
 

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Sunday 18 December 2016

भ्रष्टाचार के खिलाफ जंग छेड़ने वाले योद्धा हुए सम्मानित

भ्रष्टाचार के खिलाफ जंग छेड़नेवाले योद्धा हुए सम्मानित              बलिराम सिंह, नई दिल्ली
देश के विभिन्न हिस्सों में भ्रष्टाचार के खिलाफ जंग छेड़ने वाले सामाजिक कार्यकत्र्ताओं को रविवार को जंतर-मंतर पर सम्मानित किया गया| स्वराज अभियान के अध्यक्ष प्रशांत भूषण, समाजवादी चिंतक प्रो.आनंद कुमार और गुजरात के पूर्व बयोवृद्ध मुख्यमंत्री सुरेश मेहता ने इन सामाजिक कार्यकत्र्ताओं को शॉल भेंटकर सम्मानित किया।
कार्यक्रम में प्रशांत भूषण, सुरेश मेहता, प्रो.आनंद कुमार, योगेंद्र यादव, प्रो.जगदीप छोकर सहित भ्रष्टाचार के खिलाफ लंबे समय से संघर्ष करने वाले इन सामाजिक कार्यकर्ताओं और नेताओं ने कहा कि नोटबंदी से काला धन का केवल पूंछ हाथ में आया है, लेकिन काला धन के मगरमच्छों के खिलाफ कुछ नहीं किया गया। नोटबंदी को सबसे बड़ा ड्रामा बताया गया| नोटबंदी के 40 दिन बीतने के बावजूद जनता लाइन में खड़ी है। अब तक 100 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है।
कार्यक्रम के मुख्य चेहरा रहे पूर्व मुख्यमंत्री सुरेश मेहता ने कहा कि आजादी के समय मेरे गुजरात ने (महात्मा गांधी) मिट्‌टी बने आदमी को मानव बना दिया, जबकि आज इसके विपरीत आदमी को मिट्‌टी बनाया जा रहा है। सुरेश मेहता ने यह तंज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर कसा।               इन योद्धाओं को किया गया सम्मानित -
1. अभिजीत घोष (बैंक घोटाला उजागर किया), इन्होंने बैंक चेयरमैन के खिलाफ करवाई करने की सिफारिश की, इन्हें निलंबित कर दिया गया, सेवानिवृत से 2 दिन पहले बहाल किया गया. बैंक चेयरमैन ने अपने रिश्तेदार की कंपनी को 12 करोड़ लोन दिया और 6 माह बाद दिवालिया घोषित करा दिया.                                                                        2-आनंद राय (व्यापम घोटाला उजागर किया)- इन्होंने मध्यप्रदेश में बहुचर्चित व्यापम घोटाला का खुलासा किया.                                                                              3.नितेंद्र मानव (घुमंतु जातियों को मकान दिलवाया)-राजस्थान में इन्होंने घुमंतू आदिवासियों को मकान दिलाया.                                                                                    4-पवन कुमार (रांची-धनबाद में नीचले कर्मचारियों का हक दिलाया)- पेशे से श्रम अधिकारी पवन कुमार ने झारखण्ड में मजदूरों को अधिकार दिलाया, इन पर हमले किये गए, दक्षिण भारत में तबादला कर दिया गया.                                        5- संजीव चतुर्वेदी-रेमन मैगसेसे पुरस्कार विजेता और एम्स में लगभग 200 घोटालों का उजागर करने वाले वरिष्ठ अधिकारी संजीव चतुर्वेदी (पिता की तबियत खराब होने की वजह से संजीव की जगह पर उनके भाई नीरज आए) को पिछले 14 साल की सेवा में कई झंझावातों का सामना करना पड़ा, बावजूद इसके आपने हरियाणा और aiims में कई घोटाले उजागर किये.                                                    6- रामाशंकर गुप्ता- आपने छत्तीसगढ़ में फसल बीमा योजना में घोटाला उजागर किया,                                               7- दिवंगत सौरभ कुमार-इनके भाई अभिषेक को सम्मानित किया गया, रेलवे माफिया के खिलाफ आवाज उठाने पर खड़गपुर में आपकी हत्या कर दी गई,                                   8- संतोष भारती- आपने जल-जंगल-जमीन के लिए कई बार आंदोलन किया,                                                     9- सौरभ पांडेय- आपने पर्यावरण पर 28 किताबें लिखी और NGT के जरिये किसानों को मुआवजा दिलाया),                 10- कैप्टन दीप सिंह- राजस्थान के झुनझनु जिला में 18 गांवों की जमीन बचाने के लिए सीमेंट कंपनियों के खिलाफ लंबे समय से संघर्ष कर रहे हैं