Monday 2 February 2015

देश के सबसे पुराने 10 इंजीनियरिंग कॉलेजों में से एक है BCE पटना

बिहार में शिक्षा के नए केन्द्र के बारे में नीतीश बाबु की कलम से,,,,
पटना, नीतीश कुमार (पूर्व मुख्यमंत्री बिहार)-
1 फरवरी 2015 को BCE-NIT पटना Alumni Association द्वारा आयोजित वार्षिक मिलन समारोह में NIT पटना से मुझे आमंत्रित किया गया। मेरी भी पढ़ाई-लिखाई यहीं हुई। और इस अवसर पर आकर पुरानी यादें ताज़ा हो गईं, अपने सहपाठियों से मिलने का मौक़ा मिला। सीनियर्स, जूनियर्स और नये छात्र-छात्राओं से भी मिलने का मौक़ा मिला।
इस कॉलेज के विकास को देख बड़ी खुशी होती है। ये BCE पटना, देश के सबसे पुराने 10 इंजीनियरिंग कॉलेजों में से एक है। बिहार कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग कॉलेज का अपना एक नाम था, ख़ासकर सिविल इंजीनियरिंग की पढ़ाई के क्षेत्र में। मुझे यह पता चला कि अब यहाँ अनेक नये विषयों की पढ़ाई से संबंधित निर्णय भी लिए गए हैं। ये भी बहुत प्रसन्नता की बात है। यह भी पता चला है कि नैनो टेक्नॉलजी के क्षेत्र में भी यहाँ काम शुरु होगा, और भी कई चीज़ें यहाँ स्थापित होंगी।
IIM PATNA-
किसी भी राज्य के विकास के लिए अच्छे संस्थानों का होना बहुत ज़रूरी है। और मुझे खुशी है कि बिहार में उत्कृष्ट संस्थानों के बनने का सिलसिला 2006 से शुरु हुआ जो जारी है। अब तो IIT पटना भी आ गया, जिसका हम सपना देखा करते थे, ये बातें अत्यंत खुशी देतीं हैं।
NEW INSTITUTES-
यहाँ अन्य कई अच्छे संस्थान भी बने - आर्यभट्ट नॉलेज युनिवर्सिटी, चाणक्या लॉ युनिवर्सिटी, चंद्रगुप्त इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट, बिहार कृषि विश्वविद्यालय सबौर इत्यादि। इनके अलावा अनेक मेडिकल कॉलेज, अनेक इंजीनियरिंग कॉलेज, हॉर्टिकल्चर तथा एग्रीकल्चर कॉलेज, NIFT आदि की भी स्थापना राज्य सरकार के द्वारा की गई। अब निजी क्षेत्र के लोग भी यहाँ कॉलेज स्थापित कर रहे हैं, और अब IIM भी आ रहा है। इन सब संस्थानों से ऊपर, जो हमारा गौरवशाली इतिहास है - नालंदा विश्वविद्यालय, उसे पुनर्स्थापित करने की प्रक्रिया प्रारंभ हो गई है और पहले बैच की पढ़ाई भी शुरु हो गई है।
अनुसंधान का भी मिले अवसर -
हमारे युवा पीढ़ी के लोगों को पढ़ने के लिए बिहार के बाहर जाना पड़ता है। दरअसल, इस देश के अन्य राज्यों में न जाने कितने कॉलेज हैं, जो बिहार के छात्र-छात्राओं की बदौलत चलते हैं। यहाँ शिक्षा के क्षेत्र में अभी बहुत संभावनाएँ हैं, और राज्य को भी विकास के विभिन्न कार्यों के लिए दक्ष लोगों की, इंजीनियरों की आवश्यकता है। मेरी अभिलाषा है कि बिहार में हर नई तकनीक तथा शिक्षा के विभिन्न क्षेत्रों पर काम हो और हमारी युवा पीढ़ी को ज्ञान यहीं प्राप्त हो तथा अनुसंधान का भी अवसर मिले।
हम उम्मीद करते हैं, और चाहते हैं कि NIT और भी आगे बढ़ता रहे तथा इसकी एक विशिष्ट पहचान स्थापित हो। इसके लिए जो भी हमारी भूमिका हो सकती है वो हम बेशक़ निभाएँगे।

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