बेटे के जरिए अमेठी में कांग्रेस को टक्कर देगी भाजपा
-अनंत विक्रम सिंह भाजपा में शामिल
-सर्दी में भी अमेठी की सियासत में गरमाहट
-आगामी विधानसभा चुनाव में संजय सिंह को टक्कर देंगे उनके पुत्र अनंत विक्रम
बलिराम सिंह
कांग्रेस के कद्दावर नेता और पूर्व केन्द्रीय मंत्री डॉ.संजय सिंह को इस बार विधानसभा चुनाव में उनके ही पुत्र अनंत विक्रम सिंह टक्कर देंगे। अनंत विक्रम सिंह रविवार को अपने कार्यकत्र्ताओं के साथ भाजपा में शामिल हो गए।
लखनऊ स्थित प्रदेश कार्यालय में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने अनंत विक्रम के साथ ही उनके समर्थकों को भाजपा की सदस्यता ग्रहण कराई। ऑनलाइन सदस्यता ग्रहण प्रक्रिया के तहत अनंत विक्रम भाजपा के सदस्य बने। अनंत विक्रम सिंह को पार्टी में शामिल कराने के लिए प्रदेश अध्यक्ष डॉ.वाजपेयी विशेषतौर पर मुंबई से लखनऊ पहुंचे।
सर्दी में भी अमेठी की सियासत में गर्माहट-
अनंत विक्रम सिंह के भाजपा में शामिल होने से अमेठी में सर्दी के बावजूद राजनीतिक गरमाहट शुरू हो गई है। आगामी विधानसभा चुनाव में अनंत विक्रम भाजपा के लिए तुरुप का पत्ता साबित हो सकते हैं। अनंत विक्रम न केवल अमेठी की सीट पर केसरिया लहराने में सहयोगी साबित होंगे, बल्कि आसपास की सीटों पर भी इनका असर साफ दिखेगा। बता दें कि कुछ महीने पहले अमेठी राजघराने में बंटवारे को लेकर पिता-पुत्र आमने-सामने आ गए, जिसकी वजह से खूनी संघर्ष की नौबत तक आ गई।
भाजपा से लड़ चुके हैं चुनाव-
हालांकि संजय सिंह स्वर्गीय इंदिरा गांधी के छोटे पुत्र संजय गांधी के कभी काफी करीबी हुआ करते थे, लेकिन संजय गांधी की असमय मृत्यु और बदलते समय के साथ संजय सिंह वर्ष 1988 में कांग्रेस छोड़कर जनता दल में भी शामिल हो गए, लेकिन बाद में जनता दल को छोड़कर भाजपा में शामिल हुए और वर्ष 1998 में भाजपा के टिकट पर लोकसभा चुनाव में कांग्रेसी नेता सतीश शर्मा को पराजित किया था, लेकिन कुछ दिनों बाद संजय सिंह यहां भी नहीं रूके और वर्ष 2003 में दोबारा कांग्रेस में शामिल हो गए और 2009 में सुल्तानपुर लोकसभा सीट से जीत हासिल की थी।
-सर्दी में भी अमेठी की सियासत में गरमाहट
-आगामी विधानसभा चुनाव में संजय सिंह को टक्कर देंगे उनके पुत्र अनंत विक्रम
बलिराम सिंह
कांग्रेस के कद्दावर नेता और पूर्व केन्द्रीय मंत्री डॉ.संजय सिंह को इस बार विधानसभा चुनाव में उनके ही पुत्र अनंत विक्रम सिंह टक्कर देंगे। अनंत विक्रम सिंह रविवार को अपने कार्यकत्र्ताओं के साथ भाजपा में शामिल हो गए।
लखनऊ स्थित प्रदेश कार्यालय में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने अनंत विक्रम के साथ ही उनके समर्थकों को भाजपा की सदस्यता ग्रहण कराई। ऑनलाइन सदस्यता ग्रहण प्रक्रिया के तहत अनंत विक्रम भाजपा के सदस्य बने। अनंत विक्रम सिंह को पार्टी में शामिल कराने के लिए प्रदेश अध्यक्ष डॉ.वाजपेयी विशेषतौर पर मुंबई से लखनऊ पहुंचे।
सर्दी में भी अमेठी की सियासत में गर्माहट-
अनंत विक्रम सिंह के भाजपा में शामिल होने से अमेठी में सर्दी के बावजूद राजनीतिक गरमाहट शुरू हो गई है। आगामी विधानसभा चुनाव में अनंत विक्रम भाजपा के लिए तुरुप का पत्ता साबित हो सकते हैं। अनंत विक्रम न केवल अमेठी की सीट पर केसरिया लहराने में सहयोगी साबित होंगे, बल्कि आसपास की सीटों पर भी इनका असर साफ दिखेगा। बता दें कि कुछ महीने पहले अमेठी राजघराने में बंटवारे को लेकर पिता-पुत्र आमने-सामने आ गए, जिसकी वजह से खूनी संघर्ष की नौबत तक आ गई।
भाजपा से लड़ चुके हैं चुनाव-
हालांकि संजय सिंह स्वर्गीय इंदिरा गांधी के छोटे पुत्र संजय गांधी के कभी काफी करीबी हुआ करते थे, लेकिन संजय गांधी की असमय मृत्यु और बदलते समय के साथ संजय सिंह वर्ष 1988 में कांग्रेस छोड़कर जनता दल में भी शामिल हो गए, लेकिन बाद में जनता दल को छोड़कर भाजपा में शामिल हुए और वर्ष 1998 में भाजपा के टिकट पर लोकसभा चुनाव में कांग्रेसी नेता सतीश शर्मा को पराजित किया था, लेकिन कुछ दिनों बाद संजय सिंह यहां भी नहीं रूके और वर्ष 2003 में दोबारा कांग्रेस में शामिल हो गए और 2009 में सुल्तानपुर लोकसभा सीट से जीत हासिल की थी।
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