Friday 28 November 2014

यमुना में पाई जाने वाली मछलियों में भारी धातु


-स्वास्थ्य के लिए हानिकारक, दिल्ली रेलवे पुल के पास ज्यादा मात्रा
बलिराम सिंह, नई दिल्ली

यमुना में पाई जाने वाली मछलियों में हैवी मेटल (भारी धातु) बड़े पैमाने पर पाया गया है, जो कि हमारे स्वास्थ्य के लिए काफी खतरनाक है। लुप्तप्राय नदियों के संरक्षण के लिए तैयार हो रहे इंडिया रिवर्स चार्टर के लिए आयोजित चार दिवसीय इंडिया रिवर्स वीक के दौरान पर्यावरण विशेषज्ञ रवि अग्रवाल ने यह खुलासा किया है।
स्टडी के मुताबिक यमुना नदी और हिंडन नदी में बड़े पैमाने पर कैडमियम पाया गया है। सर्वाधिक कैडमियम दिल्ली रेलवे पुल और मथुरा स्थित मॉनिटरिंग स्टेशन पर जांच के दौरान पाया गया है। इसके अलावा नदी में बड़े पैमाने पर लोहा भी पाया गया है। पर्यावरण विशेषज्ञ और टॉक्सिक लिंक के अध्यक्ष रवि अग्रवाल ने बताया कि वर्ष 2013 के दौरान एक स्टडी में पाया गया कि यमुना नदी में पाई जाने वाली मछलियों में भारी धातु है। इसके अलावा वर्ष 2013 में टेरी (द इनर्जी एंड रिसोर्स इंस्टीट्यूट) की स्टडी में भी पाया गया कि यमुना खादर में उगाई जा रही सब्जियों में हैवी मेटल के मात्रा काफी ज्यादा हैं, जो कि हमारे स्वास्थ्य के लिए काफी हानिकारक है।
रवि अग्रवाल के मुताबिक इन धातुओं से न केवल हमारे शरीर को नुकसान होता है, बल्कि हमारा दिमाग भी प्रभावित होता है। कैडमियम के उपयोग से लीवर पर प्रतिकूल असर पड़ता है। 
तैयार हो रहा है इंडियन रिवर्स चार्टर-

लुप्तप्राय हो रही नदियों के अस्तित्व को बचाने के लिए शुरू किए गए चार दिवसीय इंडिया रिवर्स वीक में चार्टर तैयार लगभग पूरा हो गया है। कार्यक्रम के समापन मौके पर पर्यावरण विशेषज्ञों ने इस बाबत केन्द्रीय जलसंशाधन मंत्री उमा भारती को जानकारी दी। चार्टर को फाइनल तैयार करने के बाद इसे केन्द्रीय मंत्री को सौंपा जाएगा। चार्टर को तैयार करने के लिए देशभर के 125 जल विशेषज्ञ, रिसर्चर व अन्य विशेषज्ञ शामिल हुए। यहां पर देशभर की नदियों की वर्तमान स्थिति और उनके भविष्य को लेकर चर्चा की गई। साथ ही इन नदियों के अस्तित्व से होने वाले खिलवाड़ से मानवाजाति और पर्यावरण पर पडऩे वाले प्रतिकूल असर को भी प्रमुखता से रखा गया।

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