Saturday 7 June 2014

पूर्वांचल के विकास के लिए मोदी से दरख्वास्त

सेवा में,

आदरणीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी
भारत सरकार, नई दिल्ली

विषय-पूर्वांचल के विकास बाबत
महोदय,
मैं दिल्ली में एक सीनियर रिपोर्टर के तौर पर कार्यरत हूं, लेकिन मूलत: मैं पूर्वांचल (बलिया, उत्तर प्रदेश) का निवासी हूं और पूर्वांचल की वर्तमान दशा देखकर काफी व्यथित हूं। चूंकि आप देश का नेतृत्व करने के साथ-साथ वाराणसी संसदीय क्षेत्र का भी नेतृत्व कर रहे हैं। इसलिए मैं पूर्वांचल के विकास के लिए कुछ छोटी-छोटी समस्याओं की ओर आपका ध्यान आकर्षित करना चाहता हूं। -
1-यदि मऊ का कपड़ा उद्योग, वाराणसी का साड़ी उद्योग और भदोही का कॉलीन उद्योग को बढ़ावा दिया जाए और इनके लिए कुछ योजनाओं के साथ-साथ विशेष छूट दें तो ये तीनों जिले रोजगार सहित आर्थिक तौर पर मजबूत हो जाएंगे।
2-वाराणसी, इलाहाबाद, गोरखपुर और कुशीनगर को पयर्टन के तौर पर विकसित करने पर जोर दिया जाए। ऐसा करने से इन जिलों के अलावा पड़ोसी जिलों को भी रोजगार के अवसर मिलेंगे।
3-पूर्वांचल में रोजगार के लिए सर्वाधिक पलायन का शिकार आजमगढ़, मऊ, बलिया, गाजीपुर और देवरिया के लोग हुए हैं। अत: इन जिलों पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। उदाहरणस्वरूप बलिया में मात्र एक सूती मिल और एक गन्ना मिल थी, सूती मिल बंद हो गई और गन्ना मिल बंद होने के कगार पर है।
4-बिहार के विपरीत पूर्वांचल के किसान ज्यादा संपन्न हैं और मिट्टी भी अच्छी है। लेकिन यहां की खेती अभी भी पुराने ढर्रे पर चल रही है। यदि खेती का तरीका आधुनिक हो और इसे बाजार से जोड़ा जाए तो किसानों की समस्या दूर हो जाएगी।
5-पूर्वांचल में दूध का कारोबार भी बड़े पैमाने पर हो सकता है, लेकिन दूध के कारोबार में पूर्वांचल पिछड़ा है। इस कारोबार को भी मार्केट से जोडऩे की जरूरत है।

धन्यवाद
बलिराम सिंह
बलिया, उत्तर प्रदेश

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