तो क्या अब काशी नरेश को भी लग गया जाति का रोग!
बलिराम सिंह
वैसे तो अब तक काशी नरेश पूर्वांचल सहित देश में जाति से ऊपर माने जाते थे, लेकिन एक पत्रकार महोदय की माने तो काशी नरेश भी जाति विशेष के होकर रह गए है। एक पत्रकार ने लिखा है कि काशी नरेश वाराणसी के कांग्रेस उम्मीदवार अजय राय का समर्थन कर रहे हैं, क्योंकि काशी नरेश भूमिहार जाति से हैं और अजय राय भी उन्हीं की जाति से संबंध रखते हैं। उन्होंने खबर में लिखा है कि भाजपा नेताओं ने उनसे मोदी के पक्ष में प्रचार करने की अपील की थी, लेकिन काशी नरेश ने मना कर दिया।
मुझे पत्रकार महोदय के इस लेख पर बहुत अफसोस हो रहा है। ऐसा लगता है कि पत्रकार महोदय को काशी नरेश के बारे में पूरी जानकारी नहीं है। इसलिए उन्होंने इस तरह का आरोप लगाया है। मैं मानता हूं कि पूर्वांचल की राजनीति में जाति की विशेष भूमिका होती है, लेकिन काशी नरेश के प्रति मेरी आज भी श्रद्धा है। मेरा मानना है कि यह श्रद्धा अमूमन पूर्वांचल के सभी वर्गों का है। क्योंकि काशी नरेश अमूमन किसी एक पार्टी विशेष से जुडऩे से परहेज करते हैं। वैसे इन पत्रकार महोदय का लेख ऐसे अखबार में छपता है जिसके मालिक हरियाणा से भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं।
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