Monday 10 March 2014

लोकप्रियता के बावजूद सुरक्षित सीट की तलाश में भाजपा नेता


भाजपा नेताओं की भी अजब पहेली है, एक ओर दावा किया जा रहा है कि भाजपा का ग्राफ उफान पर है तो दूसरी ओर तमाम बड़े नेता सुरक्षित सीट की तलाश में हैं। और अन्य सीटों पर अपने नुमाइंदों को टिकट दिलाने की पैरवी हो रही है। भले ही वह उम्मीदवार पैराशूट से आया हो।
पार्टी अध्यक्ष राजनाथ सिंह गाजियाबाद के बजाय लखनऊ जैसी सुरक्षित सीट की तलाश में हैं तो पिछले चुनाव में इलाहाबाद से वाराणसी पलायन करने वाले मुरली मनोहर जोशी सीट छोडऩा नहीं चाहते हैं। कलराज मिश्रा गाजीपुर के बजाय कानपुर से दावेदारी ठोक रहे हैं। आखिर क्यों भाई? जब आप जनाधार वाले नेता हैं तो फिर सुरक्षित सीट की तलाश क्यों कर रहे हैं? आचार संहिता लागू हो गई, लेकिन पार्टी ने अब तक प्रत्याशियों की सूची जारी नहीं की। नामांकन तिथि समाप्त होने के ऐन मौके पर पार्टी नेता आनन-फानन में अपने-अपने नुमाइंदों को टिकट दिला देंगे। फिर तो सब जानते हैं कि पार्टी का क्या पलीता होगा। कुछ लोगों की जिद का खामियाजा पार्टी और उससे जुड़े सच्चे कार्यकत्र्ताओं को भुगतना पड़ता है।

0 Comments:

Post a Comment

Subscribe to Post Comments [Atom]

<< Home