बलिया का सुपुत्र माटी में विलीन हो गया,,,
इलाहाबाद में ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित उपन्यासकार अमरकात का सोमवार को निधन हो गया। वे पिछले काफी दिनों से बीमार चल रहे थे। उन्होंने अपने अशोक नगर स्थित आवास पर अंतिम सास ली। अमरकात का जन्म 14 जुलाई 1925 को बलिया स्थित नगरा गाव में हुआ था। प्रारंभिक शिक्षा उन्होंने बलिया से ली फिर वे इलाहाबाद आ गए। 1947 में उन्होंने इलाहाबाद विश्वविद्यालय से हिन्दी में एमए किया। अमरकात 1948 में कहानी लेखन से जुड़े। डिप्टी कलेक्टरी एवं जिंदगी और जोंक उनके मशहूर उपन्यास थे। उन्होंने कई पत्रिकाओं का संपादन किया था। 2012 में उन्हें ज्ञानपीठ पुरस्कार से नवाजा गया था।
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