Monday 27 February 2017

बलिया के तीन गांवों में आज भी बिजली नहीं आती

बलिराम सिंह, नई दिल्ली                                             तीन दिन पहले भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह जी बलिया दौरे पर गए और एक बार फिर बलिया को वीरों की धरती बताते हुए प्रणाम किया. लेकिन क्या बागी बलिया को केवल वीरों की धरती बताने से यहाँ की समस्या दूर हो जायेगी. देश की आज़ादी में पहले पायदान पर रहने वाले इस जिला में एक ग्राम पंचायत ऐसी भी है, जहाँ के लोग आज भी बिजली का इंतज़ार कर रहे हैं, आश्चर्य की बात ये है कि यह ग्राम पंचायत 'नौरंगा पंचायत' जेपी (जयप्रका श नारायण) के गांव से चंद किलोमीटर की दुरी पर है, बावजूद इसके हमारे हुक्मरान यहाँ पर अब तक बिजली के खम्भे नहीं लगा पाये हैं. पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर का यह संसदीय क्षेत्र रहा है.                       बलिया के दोआब क्षेत्र में बैरिया ब्लाक में गंगा पर नौरंगा पंचायत के अंतर्गत आने वाले तीन गांव नौरंगा, भुआल छपरा और चक्की नौरंगा के गांववासी अँधेरे में रहने को मजबूर हैं. ये तीनों गांव गंगा नदी के दूसरी ओर बिहार की सीमा से सटे हैं. 20-25 किलोमीटर के दायरे में कोई कोई गांव नहीं हैं, स्थानीय निवासी एवं बिहार सरकार में कार्यरत कृषि अधिकारी अशोक यादव कहते हैं कि यहाँ आसपास कोई गांव न होने की वजह से बिजली की लाइन लाने में बहुत खर्च है, चूँकि ये गांव बिहार सीमा से बेहद करीब है और यदि हमारी राज्य सरकार पडोसी राज्य से बात करे तो इन गाओं की समस्या दूर हो सकती है

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