Saturday 8 October 2016

सपा में कौमी एकता दल के विलय से पांच लाख वोटों का होगा फायदा

बलिराम सिंह, नई दिल्ली                      
उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव 2012 में गठबंधन में पूर्वांचल की 95 सीटों पर चुनाव लड़ने वाली कौमी एकता दल और सुहलदेव भारतीय समाज पार्टी इस बार के विधानसभा चुनाव में दो विपरीत दलों के साथ चुनावी अखाड़े में उतरने की तैयारी में जुट गई हंै। माफिया सरगना मुख्तार अंसारी की पार्टी कौमी एकता दल का समाजवादी पार्टी में विलय हो गया है तो दूसरी तरफ सुहलदेव भारतीय समाज पार्टी इस बार भारतीय जनता पार्टी के साथ कमल को खिलाने की तैयारी में जुड़ गई है।
वर्ष 2012 के विधानसभा चुनाव में दोनों दलों के उम्मीदवारों को मिले वोटों पर नजर डालें तो ज्ञात होता है कि दोनों दलांे को कुल 9 लाख के करीब वोट मिले थें। इनमें से सुहलदेव भारतीय समाज पार्टी को मुख्तार अंसारी की पार्टी के अपेक्षा 60 हजार ज्यादा (477330 वोट) वोट मिले थें।
पूर्वांचल में सपा-भाजपा होंगी मजबूत-
कौमी एकता दल के समाजवादी पार्टी में विलय होने से साइकिल की गति में वृद्धि होगी, तो दूसरी ओर सुहलदेव भारतीय समाज पार्टी के भाजपा के साथ जाने से कमल की चमक तेज होगी। बता दें कि दो महीने पहले मऊ जिले में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह सुहलदेव भारतीय समाज पार्टी की रैली को संबोधित भी कर चुके हैं। इस पार्टी से गठबंधन होने पर पूर्वांचल में भाजपा मजबूत होगी। नॉन यादव अति पिछड़ी जातियां भाजपा की जीत में अहम भूमिका निभा सकती हैं।
कौमी एकता दल-
माफिया सरगना मुख्तार अंसारी की इस पार्टी का असर पूर्वी उत्तर प्रदेश के मऊ, आजमगढ़, गाजीपुर, वाराणसी और बलिया में हैं। फिलहाल इस पार्टी से दो विधायक (मऊ से मुख्तार अंसारी और दूसरी सीट मोहम्मदाबाद ) हैं।
वर्ष 2012 में पार्टी का प्रदर्शन –
जीती सीट-   2,
कुल वोट मिले- 417552
मऊ, आजमगढ़, वाराणसी, गाजीपुर, बलिया की 17 सीटों पर पार्टी का प्रदर्शन –
40000 से ज्यादा वोट मिलें- 4 सीटों पर
30 हजार से 40 हजार के बीच वोट मिले- 2 सीटों पर
20 हजार से 30 हजार के बीच मिले वोट- 2 सीटों पर
5 हजार से 10 हजार के बीच वोट मिले- 2 सीटों पर
5 हजार से कम वोट मिले- 7 सीटों पर
सुहलदेव भारतीय समाज पार्टी-
बहुजन समाज पार्टी के पूर्व नेता ओमप्रकाश राजभर ने इस पार्टी की स्थापना की। मुख्यत: अति पिछड़ी जाति से समुदाय रखने वाले राजभर समाज के लोगों पर इस पार्टी की पकड़ है। यह समाज पूर्वी उत्तर प्रदेश के मऊ, आजमगढ़, अंबेडकरनगर, बलिया, गाजीपुर और वाराणसी इत्यादि जिलों में काफी तादाद में है।
वर्ष 2012 के विधानसभा चुनाव में पार्टी का प्रदर्शन-
जीत हासिल – 0 सीट
चुनाव लड़ी – 52 सीटों पर
कुल वोट मिलें- 477330
पूर्वांचल के पांच जिलों (मऊ, आजमगढ़, वाराणसी, गाजीपुर, बलिया की 16 सीटों पर) में पार्टी का 2012 में प्रदर्शन-
40 हजार से ज्यादा मिले वोट- 0 सीट
30 हजार से 40 हजार के बीच मिले वोट- 2 सीट
20 हजार से 30 हजार के बीच मिले वोट- 6 सीटें
10 हजार से 20 हजार के बीच मिले वोट-1 सीटें
 हजार से 10 हजार के बीच मिले वोट- 5 सीटें
5 हजार से कम मिले वोट-2 सीटें

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